(24) कहां छुपी है तू? आंखों के सामने: एनेट पिंटो!

पंकज खन्ना, इंदौर।

9424810575

(पोस्टेड: 7/12/2023)

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इन तवों में सन 1981 का एक तवा ( 33 RPM ,Vinyl वाला) आंखों के सामने नाम की फिल्म का है। पिछले एक महीने से  कुछ ऐसा भुतहा संयोग हो रहा है कि जब भी  Crate में हाथ डालो  ये तवा आंखों के सामने आ जाता है।  इसीलिए इसकी कहानी लिखने की इच्छा हो रही है, आज ही और अभी! सबसे पहले तो इस तवे के कवर का Art Work देखें, समझें और सराहें!



ये फिल्म सन 1981 में बनकर तैयार हो गई थी। तवे के कवर पर फिल्म के कलाकारों के नाम लिखे हैं: मिथुन चक्रवर्ती और विजेंद्र घाटगे। महिला कलाकार का नाम नहीं लिखा है। क्या आप इन्हें पहचानते हैं? कमेंट्स सेक्शन में आपका उत्तर लिख दें! बहुत आसान प्रश्न है।

किसी भी तवे के कवर पर मिथुन दादा का सबसे रोमांटिक चेहरा शायद यही होगा। और कोई हो तो जरूर बताएं।

इसके गानों के रिकॉर्ड भी बन गए पर पिक्चर किसी कारणवश रिलीज़ नहीं हुई। नाम था आंखों के सामने  पर ये दर्शकों की आंखों के सामने नहीं आ पाई। बाद में ये फिल्म सन 1992 में राजू दादा के नाम से रिलीज हुई। (क्यों और कैसे? इंदौरी स्टाइल में बोले तो माहित्ती नी है भिया।)

इस फिल्म में  अमित कुमार और एनेट पिंटो (Annette Pinto) द्वारा गाया हुआ एक गाना है: I love you, कहां छुपी है तू। गाना बाद में सुनते हैं। पहले पीछे के किस्से समझ लेते हैं।

मूलतः एनेट एक कोरस गायिका और ओपेरा सिंगर रही हैं। भप्पी लाहिरी ने सबसे पहले एनेट को सह-गायिका के रूप में 1978/79 में फिल्म सुरक्षा और कुछ अन्य फिल्मों में मौका दिया। 

एक बार R D Burman  रेडियो सुन रहे थे तभी भप्पी लाहिरी का फिल्म सुरक्षा का शीर्षक गीत ( टाइटल सॉन्ग)  Gun Master G9 बजा। इस गाने में सहयोगी गायिका अपने अंग्रेजी स्टाइल में बीच में  सुर में गाते हुए कहती हैं : Gun Master G9.

RD को ये खनकती आवाज़ 'Gun Master G9' पसंद आ गई। पूछा कौन है। बताया गया: एनेट पिंटो। बुलावा भेज दिया। एनेट आईं रिकॉर्डिंग के लिए।उनका गला खराब था। पर कहने लगीं कि गरारे (Gargle ) करने के बाद गा पाएंगी।एनेट ने वहीं गरारे किए। RD को ये गरारे भी संगीतमय तीन ताल में लगे!

पहला गाना जो एनेट ने RD Burman के लिए  गाया वो था किशोर कुमार के साथ  एक युगल गीत : छोड़ो सनम, काहे का गम...! फिल्म थी कुदरत (1981)। इस गाने को जरूर सुनें।जीवन का फलसफा भी है इसमें: हंसते रहो, खिलते रहो! सिर्फ प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए ही नहीं, इस गाने का मुखड़ा सभी प्रकार के संबंधों के लिए एकदम सटीक है:

छोड़ो सनम, काहे का गम।
हंसते रहो, खिलते रहो।
मिट जाएगा सारा गिला।
हम से गले मिलते रहो।...

इस गाने के बीच में एनेट ने जो  'ला ल लला...' मादक स्वर में गुनगुनाया है वो दिल के तारों को झंकृत कर देता था। आज की बात करें तो ऐसा समझ लें  की आज भी ये मन की वीणा के तारों को छेड़ जरूर देता है। जब ये गाना रिलीज हुआ था तब हम 19 बरस के थे, किशोर कुमार के जबरे फैन थे। तब भी और आज भी इस गाने में एनेट की ही आवाज ज्यादा अच्छी लगती है। माफ करना किशोर दादा! अधिकांश दोस्तों का भी यही विचार था। आप भी सुनें और अपनी राय दें।

आज की बात छोड़ें, उस जमाने में भी अधिकतर लोग एनेट के नाम से परिचित नहीं थे। इनके गाने तो आज भी कभी-कभी बजते हैं और पसंद किए जाते हैं। पर उनका नाम लेनेवाले ज्यादा नहीं हैं।

छोड़ो सनम की सफलता के बाद, RD Burman ने एनेट के गरारे की आवाज़ को भी रिकॉर्ड किया। RD to RD थे! और उन्होंने इस आवाज़ को फिल्म सत्ते पे सत्ता में अमिताभ बच्चन की दूसरी एंट्री के पीछे बैकग्राउंड म्यूजिक में उपयोग किया। सत्ते पे सत्ता की इस क्लिप को देखने और सुनने के लिए यहां क्लिक करें। और इस गरारे के बारे में और अधिक जानने के लिये एनेट का इंटरव्यू देखें। आप चाहें तो इस बारे में ये आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

आप एनेट को जानने लग गए हैं। अब आप ऊपर वाले तवे का गीत I love you, कहां छुपी है तू सुन सकते हैं। एनेट ने इस गाने में 3-4 बार अपने लुभावने अंदाज़ में बस यही गाया है: I love you, I love you! ऐसा समझें जैसे आपका कोई बिछड़ा इस गाने को गा रहा है। अच्छा लगेगा!

इस फिल्म आंखों के सामने/राजू दादा का गीत आज हम आपके मकान में हैं काफी मधुर और कर्णप्रिय है। आपको सुनना चाहिए। इसे गाया है हेमलता और मनहर ने। मनहर पंकज उधास के बड़े भाई हैं और गायन विधा में भी पहले उतरे थे। संगीत उषा खन्ना का है । लिखा असद भोपाली ने है।

एनेट पिंटो के अन्य फिल्मों में गाए कुछ अन्य गानों के लिंक नीचे दिए हैं:

Love me Darling Love me. फिल्म: एक दिन बहु का।
प्यार का मैं दीवाना किशोर कुमार के साथ।
एक हसीना दीवाना कर गई: फिल्म-कभी अजनबी थे।
हेलो डार्लिंग : फिल्म -टेलीफोन
टाइटल सॉन्ग : फिल्म- दी ग्रेट गैंबलर
Let's dance for the great guy Bruce Lee : फिल्म मोर्चा

ये तवा कब और कहां से खरीदा? हमें कुछ याद नहीं! पर इस तवे पर किसी ने अपने हस्ताक्षर लिख छोड़े हैं। तवे पर लिखे हस्ताक्षर को ध्यान से देखें:



लिखा है : With love from --BHASH INDORI.

इन इंदौरी भिया ने बहुत प्यार और सूझबूझ  से इस खूबसूरत संदेश और चित्र वाले तवे  को  किसी (शायद उनकी दिलरुबा) को गिफ्ट किया होगा। पर वो 'कोई' इसे बहुत दिनों तक संभाल नहीं पाई या शायद  दोनों मिलकर नहीं संभाल पाए। कुछ तो मजबूरी रही होगी!

 --BHASH INDORI और/या उनकी 'कोई' अगर इस ब्लॉग  को पढ़ रहे हैं और चाहें तो उनको ये तवा सहर्ष गिफ्ट किया जा सकता है!🤗🙏

पंकज खन्ना, इंदौर।

9424810575

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